cd क्या है | cd ka full form | cd कितने प्रकार के होते हैं

cd ka full form : अगर आप भी नही जानते हैं cd क्या है, कितने प्रकार के होते है और cd का आविष्कार कब और किसने किया? तो आज आप सही जगह पर आए हैं आज यहां आपको cd से संबंधित सारी जानकारी जानने को मिलेगा। आज के समय में हम कोई भी डाटा को कितनी आसानी से किसी भी डिवाइस में स्टोर कर लेते हैं जबकि पहले के समय में कोई भी डाटा को स्टोर करना  इतना आसान नहीं था। आज हम मोबाइल में 500 जीबी से अधिक डेटा आसानी से स्टोर कर लेते हैं। लेकिन पहले के टेक्नोलॉजी इतना फास्ट और डिवेलप नही था जी वजह से उसमे केवल 700 से लेकर 250 जीबी तक डेटा को स्टोर किया जाता था। और उन डिवाइस में से एक है cd जिसके बारे में हम आगे चर्चा करने वाले हैं तो आए शुरू करते हैं इस टॉपिक को और जानते है  cd क्या है और cd ka full fom  क्या है।

cd क्या है | cd ka full form  | cd कितने प्रकार के होते हैं

    सीडी ( CD ) क्या है?

    सीडी, यह सेकण्डरी मैमोरी का ही हिस्सा है, इसमें डेटा को अस्थाई रूप से स्टोर किया जाता है. यह एक प्रकार की रीड ऑनली मैमोरी है। इसमें डेटा केवल एक बार लिखा जाता है फिर जितने बार चाहे इसे पढ़े जा सकते। इसमें ऐसे डेटा को स्टोर किया जाता है ,जिसकी जरूरत बार -बार होता है जैसे - गाने ,मूवी तथा क़ानूनी सूची इत्यादि ! इसमें डेटा को लेसर की सहायता से लिखे जाते हैं। यह प्लास्टिक की बानी होती है ,जिसमे दोनों तरफ एल्युमुनियम की पतली परत लगी होती है एक तरप पारदर्शक की पतली परत लगाई जाती है। जिससे सीडी सुरक्षीत रहती है। इसमें डेटा रिकॉर्ड करने की विधि की बात करे तो सीडी पर गड्ढो तथा भूमि के स्टोर किया जाता है गड्ढा प्रकाश को बिखेर देता है तथा भूमि प्रकाश को लोटती है। इसमें डेटा को बायनरी संख्या में जैसे- 0 और 1 के रूप में स्टोर होता होता है.


    CD ka Full form क्या है?

    अगर आप भी cd ka full form क्या है इंटरनेट पर तलाश कर रहे हैं तो आपको बता दें, CD का full form होता है compact disc  और इसे संक्षेप में सीडी (CD) कहा जाता है। इसका उपयोग पहले के समय में ऑडियो को रिकॉर्ड करने के लिए उपयोग किया जाता था।इसमें किसी भी संदेश को रिकॉर्ड करने के बाद दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाया जाता था।


    CD मे कितना डेटा स्टोर किया जा सकता हैं?

    CD मे 680 से 800 मेगाबाइट (MB) तक डेटा स्टोर करने की क्षमता होती होती, लेकिन इसमें 800 मेगबाईट डेटा आप स्टोर नहीं कर सकते 800 mb मे से 30 या 50 mb डेटा स्टोर होती है। 


    CD compact disc कितने प्रकार के होते हैं?


    ऊपर हमने जाना  cd क्या है और cd ka full form क्या है अब हम यहां जानते हैं इसके कितने प्रकार के होते हैं।cd को मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं। जिसके बारे में हम नीचे जानने वाले हैं।


    1 CD- R इसका full form होता है Compact Disc - recordable. इस सीडी में डेटा को केवल एक बार लिखा या स्टोर किया जाता  है  और वे हमेशा के लिए स्टोर रहता है। इसमें स्टोर किए डेटा को किसी भी डिवाइस से डिलीट नहीं किया जा सकता है। इसे जब चाहे तब डेटा को रेड किया जा सकता है। इसमें आपको किसी भी तरह का eror देखने को नहीं मिलेगा। इसमें स्टोर किए गए देता हमेशा सुरक्षित रहता है और नही इसमें किसी भी प्रकार का वायरस आता है।


    2 CD-ROM इसका फुल फ्रॉम होता है Compact Disc-Read Only Memory. इसमें डेटा को लिखने बाद उसे हटाया नहीं जा सकता है और नही स्टोर किए गए डेटा में बदलाव किया जा सकता है। इस तरह के डिवाइस में अधिकतर ऑडियो बुक,सॉफ्टवेयर और गेमिंग रखा जाता है।


    3 CD-RW इसका full फ्रॉम होता है compact dic-Rewritable. इस प्रकार की सीडी में डेटा को लिखने के बाद डिलीट  भी किया जा सकता है और दूसरे डेटा भी इसमें स्टोर किया सकता है। लेकिन इसका नुकसान यह कि अगर इसमें कई बार डेटा स्टोर करते हैं तो इसकी क्वॉलिटी भी कम होती जायेगी जिससे बाद में  अधिक डेटा  नही किया जा सकता है और डेटा को भी रेड करने में रुकावट आते हैं।



    CD कैसे काम करता हैं?

    सीडी अपना कार्य सीडी प्लेयर की साहयता से करता है। इस सीडी प्लेयर के भीतर में लेजर बीम तथा इलक्ट्रोनिक डिटेकटर होता है, अंदर लगे मोटर सीडी को तेजी से घूमने लगता है और सीडी प्लेयर में लेजर बीम ऑन हो जाता है तथा सीडी में लिखे गए बायनरी संख्या 0 और 1 को इलेक्ट्रॉनिक लाइट डिटेक्टर करना स्टार्ट करता है। फिर में डेटा को प्रस्तुत करता है। 



    सीडी  का उपयोग क्यों किया जाता है?

    सीडी का उपयोग डेटा को स्टोर करने के लिए स्टोर किया जाता है।जिसे डेटा को सुराक्षित रखा जा सके। फिर जब चाहे इस डेटा को पढ़ा जा सकता है। इसका उपयोग अधिकतर प्रोग्राम सॉफ्टवेयर को स्टोर करने के लिए किया जाता है। सॉफ्टवेयर स्टोर करने के बाद उस सॉफ्टवेयर को दूसरे कंप्यूटर में सेव किया जा सकता है। सीडी में सॉफ्टवेयर के आलावा दूसरे डेटा को भी स्टोर किया जाता है जैसे - फिल्म ,गाने ,ऑडियो तथा विडिओ बुक ,हवाई जाहजों की उड़ानों की समय -सरणी ,पुस्तकें इत्यादि !


    CD का अविष्कार कब और किसने किया था?

    सीडी (cd ) का अविष्कार अमेरिका वैज्ञानिक जेम्स रुसेल ने 1960 में किया था। जैसे कि मैंने आपको ऊपर में बताया है कि इसमें केवल 700  MB तक ही डेटा को स्टार्ट किया जा सकता है। लेकिन यह टेक्नोलॉजी तब के लिए यह काफी होता था आज के दिनों में 700 एमबी की कोई वैल्यू नहीं करता है। जबकि आज के समय में पेनड्राइव कैसे डिवाइस में कई सारे डेटा स्टोर करने की क्षमता रहती है जिससे इस तरह की स्टोरेज डिवाइस का उपयोग आज के समय में न के बराबर किया जाता है।

     

    CD के फायदे क्या है

    •  CD में स्टोर किए डेटा हमेशा स्टोर रहती है। इसमें किसी भी प्रकार का वायरस नही आता है।
    •  यह  दूसरे स्टोरेज डिवाइस की तुलना में काफी सस्ता होता है।
    •   यह cd व्यजन के मामले में काफी हल्के होते हैं।
    •  इसमें स्टोर किए गए डेटा जब चाहे तब रेड किया जा सकता हैं।
    •  cd में डेटा सुरक्षित रहती है।


    CD के नुकसान क्या है

    •  इसका सबसे बड़ा नुकसान  यह कि इसमें दुबारा डेटा को स्टोर नही किया जा सकता है।
    •  अगर cd में किसी भी तरह का स्क्रैच आ जाता है तो स्टोर किए गए डेटा रेड करना संभव नहीं है।
    •  इसमें डेटा 700 या 750 एमबी तक ही स्टोर किया जाता है जबकि दूसरे डिवाइस में जैसे पेनड्राइव इससे ज्यादा स्टोर किया जाता है।
    •  इसमें डेटा रेड और राइट करने के काफी  समय लेता है।
    •  इसमें डेटा स्टोर करने की क्षमता सीमित है जिस वजह से आज के समय में इसका उपयोग नहीं किया जाता है।

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    CD से संबंधित कुछ सवाल और जवाब

    CD का क्या मतलब होता है?


    यह एक स्टोरेज डिवाइस है इसका पूरा नाम होता है "compact Disc" इसे CD ROM के नाम से भी जाना जाता है। इसमें डेटा हमेशा के लिए स्टोर रहता है।

    cd कैसे पढ़ा जाता है


    Cd को dvd writer ki मदद से पड़ा जाता है।

    एक सीडी कितने जीबी तक लेती है?


    एक सीडी में केवल 700 से 750 MB तक ही डेटा को स्टोर कर सकता है।


    Conclusion

    आज हमने इस आर्टिकल में जाना cd क्या है, cd ka full form क्या है, cd के लाभ और हानि क्या है ? उम्मीद करता हूं यह आर्टिकल आपको जरूर समझ में आया होगा ।और यदि आपके मन में अभी भी इसे संबंधित किसी भी प्रकार का प्रश्न है तो आप मुझसे बेझिझक आसानी से कॉमेंट बॉक्स में पुछ सकते है। और मैं उसका reply जरूर दूंगा। अगर यह आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हुआ है तो इसमें प्यारा सा एक कॉमेंट जरूर कर दीजिए।


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