software kya hai|| operating aur application सॉफ्टवेयर क्या है और इसके प्रकार क्या है हिंदी में पूरी जानकारी

 

हैल्लो दोस्तों स्वागत है आपका मेरे ब्लॉग पर आज के इस आर्टिकल में हम सिखेंगे सॉफ्टवेयर के बारे में सॉफ्टवेयर क्या है, सॉफ्टवेर के कितने भाग होते हैं और ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेर तथा एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर अंतर के बारे में. यदि आपको इसके बारे में पता नहीं है, तो मेरे इस ब्लॉग से आप पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं. तो फिर चलिए  बिना देरी आज के विषय पर विस्तार से चर्चा करते हैं.  


software kya hai|| operating aur application सॉफ्टवेयर क्या है और  इसके प्रकार  क्या है हिंदी में पूरी जानकारी



software क्या है?

सॉफ्टवेर: प्रोग्राम भाषा में लिखे गए  प्रोग्रामिंग  ग्रुप को सॉफ्टवेर कहते हैं इसका उपयोग कंप्यूटर को कण्ट्रोल करने, म्यूजिक सुनने के लिए, विडियो देखने के लिए और इन्टरनेट को एक्सेस करने के लिए इत्यादि करने के लिए किया जाता हैं.

यह कंप्यूटर का एक ऐसा पार्ट होता हैं जिसे हम छु नहीं सकते हैं लेकिन हम इसकी साहयता से कंप्यूटर पर कार्य कर सकते हैं.  सॉफ्टवेयर का पहला उदेश्य होता हैं डेटा को सुचना में बदलना, कंप्यूटर के हार्डवेयर पार्ट भी सॉफ्टवेर के निर्देश के अनुसार ही कार्य करता है जैसे- प्रिंट मशीन और स्पीकर इत्यादि.

सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते?

सॉफ्टवेयर को कार्य एवं संरचना के अधार पर दो मुख्य भागों में बंटा गया है.

1 system software

सिस्टम सॉफ्टवेयर: कंप्यूटर को कण्ट्रोल करने के लिए इसके अलग- अलग भागों की देखभाल  करने के लिए एवं  इसके सभी क्षमताओं को अच्छे से उपयोग करने के लिए बनाये जाते हैं. कंप्यूटर हमेशा सिस्टम सॉफ्टवेयर कण्ट्रोल में ही रहता है.

 कंप्यूटर से हमारा सम्पर्क सिस्टम सॉफ्टवेर के सहायता से ही होता है .सिस्टम सॉफ्टवेर हमारे लिए बहुत उपयोगी होती है, जिसके वजह से हम कंप्यूटर से कम्युनिकेशन कर पते हैं और जो भी निर्देश हम कंप्यूटर को देते है उसका सही से पालन करना. सिस्टम सॉफ्टवेयर अपने उपर दायित्व ले लेता है.  

इसके दो प्रकार होते हैं

(i)       सिस्टम मैनेजमैन्ट प्रोग्राम यह प्रोगाम सिस्टम को मैनेज करने में काम आते हैं इन प्रोगाम को मुख्य काम इनपुट आउटपुट, मैमोरी तथा प्रोसेसर के सभी कार्य को मैनेज करना. इसके प्रमुख उदाहर्ण है- ऑपरेटिंग सिस्टम,डिवाइस ड्राइवर्स



a.      ऑपरेटिंग सिस्टम: ऑपरेटिंग सिस्टम उस सॉफ्टवेर को कहा जाता हैं, जो हार्डवेयर और यूजर के बीच एक कम्युनिकेशन बनता है, जब तक हम कंप्यूटर में कोई भी ऑपरेटिंग सॉफ्टवेर इनस्टॉल नहीं करेंगे तब तक हम कंप्यूटर में कोई भी कार्य नहीं कर सकते हैं.

 कंप्यूटर उपयोग के लिए ऑपरेटिंग sytem बहुत जरुरी है. ऑपरेटिंग sytem के कुछ उदाहरण है- window,एंड्राइड और लिनक्स इत्यादि.
 

 

b.      डिवाइस ड्राइवर्स:  डिवाइस ड्राइवर्स को हार्डवेयर ड्राइवर्स भी कहा जाता है. कुछ सॉफ्टवेर window ऑपरेटिंग सॉफ्टवेर के साथ ही होता है जैसे- जैसे सीडी या डीवीडी ड्राइवस और usb ड्राइवस इत्यादि. लेकिन कुछ ड्राइवर्स सॉफ्टवेर हमें इंस्टाल करना होता है.

 डिवाइस ड्राइवर्स का काम होता है कंप्यूटर से हार्डवेयर के बीच सम्पर्क बनना, जैसे प्रिंटर: जो भी हमें प्रिंटर से प्रिंट निकलना होता है, तो तो हमें कंप्यूटर को  कमांड देना होता है फिर प्रिंटर हमें प्रिंट देता हैं



 (ii)   सिस्टम यूटिलिटीज :  सिस्टम यूटिलिटीज सॉफ्टवेर उस सॉफ्टवेर को कहा जाता है जो कंप्यूटर के रख-रखाव से सम्बंधिद काम करते हैं जैसे- डिस्क कम्प्रेशन, डिस्क फ्राग्मेंटर ,बैकअप यूटिलिटीज और डिस्क क्लीनर इत्यादि.

ये ये सब ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं जो हमारे कंप्यूटर को काफी फ़ास्ट बनाते हैं. जैसे डिस्क क्लीनर सॉफ्टवेर बहुत दिनों से उपयोग नहीं किया हुआ फाइल को खोज कर उन्हें डिलीट कर डेटा है, क्योंकि क्योंकि इस तरह के सॉफ्टवेर हमरे कंप्यूटर के लिए खतरा सबित हो सकती है. एंटीवायरस सॉफ्टवेर भी इसके अंतर्गत आते हैं.

2 application software

Application software : उन सॉफ्टवेयर को कहा जाता है जो हमारे वास्तविक काम के लिए बनाये जाते हैं इस सॉफ्टवेयर का उपयोग हम रोज दिन करते हैं या फिर हम कह सकते हैं हमारे  जरुरत को पूरा करने के लिए उपयोग करते हैं. जैसे – फोटो को सुन्दर बनना, इन्टरनेट को एक्सेस करना या  किसी कम्पनी  में कर्मचारियों की वेतन लेन-देन  करना इत्यादि 

इसके दो प्रकार होते हैं.

1.1          समान्य उदेश्य सॉफ्टवेयर : सामान्य उदेश्य सॉफ्टवेर उन सॉफ्टवेयर को कहते हैं जो हमारे सामान्य कार्य के लिए बनाया गया हो. इस सॉफ्टवेयर का सम्बन्धित spaceial work से होता है, लिकिन इसका कार्य समान्य होता है जिस कारण  इस सॉफ्टवेर आपको सभी  तरह के संस्था में देखने को मिल जाता है. इस सॉफ्टवेर के कुछ उदाहरण है- ms office, paint तथा ग्राफिक्स सॉफ्टवेर इत्यादि.

  

1.2          : विशिट उदेश्य सॉफ्टवे:  उन सॉफ्टवेर को कहा जाता है जो विशेष कार्यों के लिए बनाये जाते हैं. इसके कुछ उदाहरण- inventor management system and purchasing system, payroll management system, hotel management system, resveration system, report card generateor, accounting software, blling system इत्यादि है.

 

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कार्य

application software ऐसा सॉफ्टवेर होता है, जो बहुत सरे प्रोग्राम के समहू को कहते हैं. इस सॉफ्टवेयर का उपयोग किसी टास्क को पूरा करने के लिए बनाया जाता हैं, इसे  हम रोज दिन इसका उपयोग करते हैं जैसे- वेब ब्राउज़र, ms office, फोटो एडिट सॉफ्टवेर और vlc इत्यादि.

 

कौन सा सिस्टम सॉफ्टवेयर है?

सिस्टम सॉफ्टवेर यह कंप्यूटर  हार्डवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेर के बीच कनेक्ट स्थापित करता है. सिस्टम सॉफ्टवेर के कुछ उदाहरण है-ऑपरेटिंग सिस्टम, डिवाइस ड्राइवर्स,यूटिलिटीज

 

हार्डवेयर क्या होता है?

जैसे की आपको पता होगा कंप्यूटर में दो भाग होते हैं (i)सॉफ्टवेर (ii) हार्डवेयर

हार्डवेयर उसे कहते हैं जिसे छू  तथा महसूस कर सकते हैं. यह भी कंप्यूटर के महत्वपूर्ण भाग है जिसकी साहयता से हम कंप्यूटर पर अपना काम कर सकते हैं हार्डवेयर के कुछ उदाहरण है- keyboard, माउस, मॉनिटर, यूपीएस और cpu  इत्यादि. 

ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लीकेशन सॉफ्टवेर में अंतर क्या है?

ऑपरेटिंग सिस्टम

एप्लीकेशन सॉफ्टवेर

कंप्यूटर उपयोग करने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर का होना अनिवार्य है

कंप्यूटर में एप्लीकेशन सॉफ्टवेर का होना अनिवार्य नहीं है.

सिस्टम सॉफ्टवेर को बनना काफी मुस्किल है.

एप्लीकेशन सॉफ्टवेर को बनना मुस्किल नहीं है

सिस्टम सॉफ्टवेयर महंगे होते हैं.

एप्लीकेशन सॉफ्टवेर सस्ते होते हैं.

ऑपरेटिंग सिस्टम को कस्टमाईज नहीं किया जा सकता है

एप्लीकेशन सॉफ्टवेर को कस्टमाईज किया जा सकता है

इसको कंप्यूटर के बैकग्राउंड में उपयोग होता है

इसको किसी कार्य को पूरा करने किये उपयोग किया जाता है.

 

आज अपने क्या सिखा?

आज अपने सिखा सॉफ्टवेयर क्या है, सॉफ्टवेर कितने प्रकार के होते हैं, ऑपरेटिंग सॉफ्टवेर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेर के अंतर के बारे में तथा हार्डवेयर क्या है? उम्मीद करता हूँ. आज के इस आर्टिकल से आपको काफी सारी चींजे सिखने को मिला है. यदि ये आपके लिए हेल्फुल रहा है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर कर दीजए.


 आपका बहुमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद आप हमेशा खुश रहे.

 

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